Ram Rajya Ya...?? Bhag-2
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Bharatiya Banoge ya European-American (भारतीय बनोगे या यूरोपियन-अमेरिकन)

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वर्त्तमान सनातनी वा हिंदु लोग अपने हीं परिवार के बच्चों को हिंदुग्रेज बनाने पर तुले हुए हैं ; अर्थात वे अंग्रेज़ियत को अपनाने, अंग्रेजी पढ़ाने-लिखाने के लिए सदैव अपने बच्चों को मारते-पीटते रहते हैं ; और तो और वे लोग विदेशी- सभ्यता, परम्परा, मान्यता, संस्कार, भाषा, आचरण, नृत्य, संगीत, खान-पान, रहन-सहन आदि को धारण करने वा विकसित करने के लिए, अपने बच्चों को प्रेरणा देते रहते हैं ; तथा पैसे भी खर्च करते है । भारतीय सभ्यता, संस्कृति के परम्परा, सिद्धांत एवं मान्यताओं के अस्तित्व को खतरे में डालने वाले ऐसे लोग, हिंदुस्तानी अँग्रेज़ या हिंदुग्रेज के सिवा कुछ नहीं है ।

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 एक वाक्य

“ वर्त्तमान सनातनी वा हिंदु लोग अपने हीं परिवार के बच्चों को हिंदुग्रेज बनाने पर तुले हुए हैं ; अर्थात वे अंग्रेज़ियत को अपनाने, अंग्रेजी पढ़ाने-लिखाने के लिए सदैव अपने बच्चों को मारते-पीटते रहते हैं ; और तो और वे लोग विदेशी- सभ्यता, परम्परा, मान्यता, संस्कार, भाषा, आचरण, नृत्य, संगीत, खान-पान, रहन-सहन आदि को धारण करने वा विकसित करने के लिए, अपने बच्चों को प्रेरणा देते रहते हैं ; तथा पैसे भी खर्च करते है । भारतीय सभ्यता, संस्कृति के परम्परा, सिद्धांत एवं मान्यताओं के अस्तित्व को खतरे में डालने वाले ऐसे लोग, हिंदुस्तानी अँग्रेज़ या हिंदुग्रेज के सिवा कुछ नहीं है । हिंदुस्तानी अँग्रेज़ या हिंदुग्रेज का अर्थ है— वह हिंदुस्तानी व्यक्ति जो हमेशा अपने परिवार, समाज व सगा-सम्बन्धियों के बच्चों/बड़ों को अंग्रेज़ियत के राह पर चलने के लिए प्रेरणा या प्रशिक्षण देता हो । यहाँ अंग्रेज़ियत का मतलब— विदेशी— भाषा, वेश-भूषा, भेसज, विदेशी— सभ्यता-संस्कृति, विदेशी वा अप्राकृतिक सिद्धांत, विधि-व्यवस्था आदि पर चलना है ; अर्थात सनातन, भारतीयता वा भारतीय सभ्यता संस्कृति के विपरीत चलना है । अनेको लोग खुद को अरबी या अरेबियन कहने/कहलाने में गर्व महसूस करते है ; पर अरबी साम्राज्य के मजहबी कानून के किताबों के बारे में वो लोग कुछ भी नहीं जानते है ; इसलिए अज्ञानता में वे लोग एक ऐसी सभ्यता, संस्कृति के बोझ को ढों रहे है, जो मानवता का एक प्रदूषक विभाग है ; जिसके सच्चाई को हमने बहुत ही सरल शब्दों में समझानें का प्रयास किया हूँ । शोध में हमने पाया क़ि— लगभग 80 % से अधिक भारतीय लोग हिंदुग्रेज बन जाने में अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे/करते हैं । अतः अब हर भारतीयों को भारतीय होकर भारतीयता और मोक्ष के रास्तों पर चलना है क़ि— हिंदुग्रेज या विदेशी मुसाफिर बनकर असुर/राक्षसीय और नरक के रास्तों पर चलना है ? यह वे स्वयं निर्णय करेंगे ।
यंत्रवेता योग गुरु डॉ आशुतोष (आनंद राज) आर्य

Bharatiya Banoge ya European-American